दुनिया भर में कैंसर में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है। विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में दुनिया भर में प्रत्येक वर्ष लगभग 10 मिलियन कैंसर के मामले सामने आते हैं। भारत में प्रत्येक 10 भारतीयों में से एक की मौत कैंसर की वजह से होती है। और 15 में से एक व्यक्ति मौत कैंसर के कारण होती है। कैंसर जानलेवा बीमारी है। इसमें मनुष्य के बचने की संभावना 5 % से कम होती है। मनुष्य में कैंसर कई प्रकार से हो सकता है। यह कैंसर कहीं से भी किसी भी रूप में बीमारी फैला सकता है।जैसे ब्रेन कैंसर ,स्किन कैंसर, स्टमक कैंसर ,स्तन कैंसर , लंग्स कैंसर , हार्ट कैंसर और अंदरूनी अंगों पर यह कैंसर हो सकता है। आइए जानते हैं। कैंसर क्या है ।और क्या इम्यूनोथेरेपी से कैंसर का इलाज संभव है।

क्या है कैंसर (Cancer in Hindi)

कैंसर शरीर में होने वाली एक असामान्य और खतरनाक स्थित है ।कैंसर तब होता है। जब शरीर में कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती है। साथ ही विभाजित होने लगती हैं। हमारा शरीर खरबों कोशिकाओं से बना होता है। स्वस्थ कोशिकाएं शरीर की आवश्यकताओं के अनुसार बढ़ती और विभाजित होती हैं। कोशिकाओं की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती या क्षतिग्रस्त होती है। और कुछ कोशिकाएं मर भी जाती हैं। इनकी जगह नई कोशिकाओं का निर्माण होता है। जब किसी को कैंसर होता है। तो कोशिकाएं अपना काम करना बंद कर देती हैं। पुरानी और क्षतिग्रस्त सेल्स मरने की वजह जीवित रह जाती है। और जरूरत नहीं होने के बावजूद भी इन नई कोशिकाओं का निर्माण होने लगता है। यह अतिरिक्त सेल्स अनियंत्रित के रूप में विभाजित हो जाती है। जिसके परिणाम स्वरूप ट्यूमर कैंसर का रूप ले लेती है। लेकिन इसमें ब्लड कैंसर नहीं होता है। हालांकि सामान्य कैंसर होता है। जो काफी खतरनाक होता है।

कितने प्रकार का होता है कैंसर (Types of Cancer in Hindi)

कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकता है आमतौर पर यह शरीर के अंदर ट्यूमर के रूप में ही फैलता है। असमान और क्षतिग्रस्त कैंसर कोशिकाएं शरीर के दूसरे भागों पहुंचकर नए घटक और मेलेग्नेंट टयूमर बनाने लगती हैं। जिससे कैंसर होने लगता है। कैंसर कई प्रकार से होता है।

  • ब्रेस्ट कैंसर
  • ओवेरियन कैंसर
  • स्किन कैंसर
  • लंग्स कैंसर
  • कोलोन कैंसर
  • प्रोटेस्ट कैंसर
  • लिंफोमा कैंसर
  • मनुष्य के शरीर में 700 से अधिक प्रकार के कैंसर हो सकते हैं। कैंसर का इलाज मुख्य रूप से कीमोथेरेपी द्वारा, रेडिएशन द्वारा और सर्जरी द्वारा ही किया जाता है।

क्या है कैंसर के लक्षण (Cancer Symptoms in Hindi)

सभी कैंसर के लक्षण एक दूसरे से अलग होते हैं। ऐसे में इसके संकेत और लक्षणों के बारे में हर किसी को जानकारी होनी चाहिए। ताकि समय रहते लक्षण को पहचान कर निदान और इलाज शुरू किया जा सके। कैंसर के कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं।

  • अचानक से वजन घटना
  • अत्यधिक थकान महसूस करना
  • त्वचा में बदलाव होना
  • स्क्रीन का रंग बदल जाना
  • लगातार सर दर्द करते रहना
  • शरीर के विभिन्न हिस्सों में तेज दर्द होना
  • पीठ में दर्द होना
  • लगातार खांसी आना
  • बुखार लगातार
  • भूख ना लगना
  • पेट दर्द होना

कैंसर के क्या कारण हैं (Cancer Causes in Hindi)

कैंसर क्यों होता है। इसके पीछे कोई सामान्य कारण नहीं है। हालांकि कुछ कारण कैंसर होने की संभावनाओं को बढ़ा देते हैं। हमें इस घातक स्थित से खुद को बचाने के लिए संभावित कार्सिनोजेनिक कारकों के संपर्क में आने से बचना होगा। अनुवांशिक लक्षण के कारण भी कैंसर हो सकता है। जो कैंसर होने का एक प्रमुख जोखिम कारण है। इसके बावजूद जिनके परिवार में कैंसर का इतिहास रहा है। उन्हे इससे अधिक सावधानी बरतते हुए कैंसर स्क्रीनिंग करवानी चाहिए । इससे कैंसर का जल्दी पता लगा सकता है। तंबाकू खाने से भी हो सकता है। कई बार शरीर में अत्यधिक अधिक समय से बुखार आने के कारण हम सही समय पर इलाज नहीं करवाते हैं। जिसके कारण वह धीरे-धीरे कैंसर के रूप में बदल लगता है। खराब खाना, जंक फूड और वायरस संबंधी से भी कैंसर हो सकता है।

कैंसर के कितने स्टेज होते हैं (Stages of Cancer)

अधिकार कैंसर में ट्यूमर होता है और इन्हें चार चरणों में विभाजित किया गया है। कैंसर के सभी स्टेज दर्शाते हैं कि आपको कैंसर प्रभावित कर चुका है।

स्टेज वन: जब कैंसर एक छोटे से हिस्से में होता है । तो वह लिम्फ नोड्स और टिश्यू में नही फैलता।

दूसरा स्टेज : कैंसर पहली स्टेज की तुलना में बढ़ गया है। लेकिन अभी फैलना शुरू नही किया है।

तीसरा स्टेज : कैंसर पहले से अधिक बढ़ गया है। और लिमफ नोड्स, टिश्यू में फैलना शुरू कर दिया है।

चौथा स्टेज : अब कैंसर बॉडी के अन्य हिस्सों पर फैल गया है। इस स्टेज को एडवांस स्टेज कहा जाता है। इसमें मनुष्य के जीवित रहने की आशा समाप्त हो जाती है।

कैंसर के उपचार के लिए इम्यूनोथेरेपी कितना संभव है

इम्यूनोथेरेपी एक क्रांतिकारी कैंसर उपचार है। जिसमें कैंसर के उपचार की संभावना है। कैंसर कोशिकाएं हमारे शरीर में बनती हैं। क्योंकि वह हमारे प्रतिरक्षा प्रणाली से खुद को छुपाने में सक्षम है। कुछ दवाएं है। जैसे इम्यूनोथेरेपीज कैंसर कोशिकाओं को चिन्हित कर सकती है। ताकि इम्यून सिस्टम के लिए खोजने और नष्ट करने या कैंसर के खिलाफ बेहतर काम करने में हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करे। इम्यूनोथेरेपी कैंसर के लिए एक नई उपचार है। इसमें क्रिया का एक अनूठा तंत्र है। जिसमें के द्वारा यह कैंसर से लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है। वैचारिक रूप से कीमोथेरेपी और और लक्ष्य चिकित्सा कैंसर कोशिकाओं को लक्षित करती है। कीमोथेरेपी तेजी से विभाजित हो रही कोशिकाओं को मारता है। विशेषकर कैंसर कोशिकाओं को लक्ष्य थेरेपी को एक विशिष्ट समानता के साथ को लक्षित करने के लिए बनाया गया है। इसके विपरीत इम्यूनोथेरेपी हमारी प्रतीक्षा कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाओं को पहचान करने और मारने में मदद करी है। इस प्रकार इम्यूनोथेरेपी कीमोथेरेपी या लक्षित चिकित्सा से पूरी तरह कैंसर इलाज संभव है।

कैंसर में इम्यूनोथेरेपी कैसे दी जाती है

आमतौर पर इम्यूनोथेरेपी को अंत शिरा ड्रिप के माध्यम से एक इंजेक्शन के रूप में दिया जाता है। यह कई स्टेज पर दिया जा सकता है।

इम्यूनो थेरेपी देने की क्या प्रक्रिया है

इम्यूनो थेरेपी देने के लिए मुख्य रूप से कई चरणों से होकर गुजरना पड़ता है।

इम्यून चेकप्वाइंट

यह दवाएं मूल रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली से रुकावट को हटा देती हैं। इस प्रकार हमारी प्रतीक्षा कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और उन पर हमला करने में सक्षम बनाते हैं। यह फेफड़ों में कैंसर ,गुर्दे में कैंसर , गर्दन में कैंसर यकृत में कैंसर, मूत्राशय के कैंसर के लिए उपयोगी है।

कैंसर के टीके

टीका एक प्रतिजन के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली को उजागर करता है। यह उस एंटीजन के संबंधित सामग्रियों को पहचानने और नष्ट करने के लिए प्रतीक्षा प्रणाली में जाता है। टीका इस प्रकार कैंसर को रोकने या उसका इलाज करने के लिए हमारी मदद करता है। उदाहरण के लिए एचपीवी वैक्सीन का उपयोग महिलाओं पुरुषों में गर्भाशय ग्रीवा योनि वाल्वर और गुर्दा कैंसर को रोकने किया जाता है।

सीएआरटी कोर्स कोशिका थेरेपी

यह थैरेपी किसी एक व्यक्ति की कुछ टी कोशिकाओं को हटा देती है। और उन्हें कैंसर से लड़ने में बेहतर बनाने के लिए बदल देती हैं। तब बदली गई कई कोशिकाओं अपना काम करने के लिए रोगी के शरीर में वापस आ जाती है। कुछ शोधकर्ताओं के जीने मुताबिक यह जीवित इसे एक जीवित दवा भी कहते है। भारत में यह थेरेपी अभी भी उपलब्ध नहीं है।

गैर विशिष्ट इम्यूनोथेरेपी

यह उपचार परीक्षा प्रणाली को सामान्य तरीके से बढ़ावा देता है। और कैंसर कोशिकाओं पर हमला करने के लिए परीक्षा प्रणाली मदद करते हैं। उदाहरण के लिए इंटरलेयुकिंस और इंटरफेरान का उपयोग किया जाता है।

निष्कर्ष

कैंसर एक जानलेवा बीमारी है। इस बीमारी को कई लोग शुरुआत में तो पहचान नहीं पाते हैं। जिसके कारण उनके इलाज में काफी देर हो जाती है। कैंसर शरीर के कई हिस्सों में फैल सकता है। इसके अलग-अलग चार स्टेज होते हैं। कैंसर की जांच एएनएम के आधार पर की जाती है। जो भी कैंसर के स्टेज पर पता लगाने का अध्ययन एक समान तरीका है। शरीर में किसी भी प्रकार की असामान्य लक्षण देखने पर डॉक्टर से तुरंत जाना चाहिए।

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