Headache in Hindi (सिर दर्द क्यों होता है कारण, उपचार और लक्षण)

कई लोगों के लिए सिरदर्द (headache in Hindi) कोई नया शब्द नहीं है। हमारे सामान्य से जीवन में सिर दर्द की शिकायत अक्सर बनी रहती है। कभी-कभी यह सिरदर्द पूरे सिर में होता है। और कभी-कभी आधे सिर में भी। कई बार तो सिर के एक हिस्से पर दर्द भी होता है। लेकिन इसके कारण और लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। अक्सर यह भी देखा गया है कि सिर दर्द कभी-कभी अपने आप ठीक हो जाता है। तो कभी गंभीर रूप ले लेता है। जिससे यह काफी खतरनाक साबित होता है। इसलिए हमारे लिए यह जानना जरूरी है। कि सिर दर्द क्यों होता है। हमें बताएंगे सिर दर्द क्यों होता है। और इससे संबंधित पूरी जानकारी देंगे।

सिर दर्द क्यों होता है (Sir Dard Kyu hota hai)

सिरदर्द मुख्य रूप से अत्यधिक तनाव लेने के कारण होता है। इसके अलावा अत्यधिक शारीरिक और मानसिक परिश्रम करने से अपर्याप्त नींद , भूख न लगने से लगातार मोशन आने से विकनेस होने से अधिक शोरगुल से और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के अधिक उपयोग से सिर दर्द की शिकायत होती है। कभी-कभी अधिक सोचना भी सिर दर्द का कारण बनता है। पर्याप्त पानी ना पीना सिर दर्द का कारण बनता है। कई बार तो सिर के पीछे के हिस्से में दर्द होता है।

सिर दर्द के कारण (Causes of Headache in Hindi)

सिर दर्द होने के निम्न कारण है।

  • अत्यधिक शराब ,सिगरेट का सेवन करना
  • सिर में चोट लगना
  • बुखार होना
  • जुकाम और फ्लू होना
  • नींद पूरी ना होना
  • आंख में दर्द होने के कारण सिर दर्द होना
  • डिप्रेशन
  • अधिक एंटीबायोटिक दवा लेना
  • मोटापा

सिर दर्द के अन्य कारण ये हैं

असंतुलित शारीरिक तंत्र

आपने ध्यान दिया होगा कि जब आपका पेट खराब होता है। आपको सिर दर्द होने लगता है। क्योंकि हमारे शरीर के सभी अंग एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। इसलिए एक अंग में किसी भी प्रकार का असंतुलन दूसरे अंग को प्रभावित करता है। शरीर के विभिन्न अंगों में उपस्थित विष को शरीर से मुक्त करता है। और तनाव को दूर कर पुन : संतुलन में स्थापित करता है। साथ ही यह शरीर के पाचन तंत्र पर नजर रखने के सहयोग करता है ।जब आप प्रतिदिन ध्यान रखते हैं कि आप क्या खा रहे हैं। कितना खा रहे हैं। तो अपने आप आहार पर ध्यान रखें इस बारे में सजग रहना होगा। पाचन में सुधार ही शरीर में संतुलित स्वास्थ्य की पहचान होती है। इस प्रकार सिर दर्द की संभावना कम होती है।

सिर में अल्प रक्त प्रवाह

प्रत्येक दिन दो से तीन बार 10 से 20 मिनट के लिए ध्यान न केवल शरीर व मन को गहरा विश्राम देता है। बल्कि सिर के क्षेत्र में रक्त प्रवाह भी बढ़ाता है। अधिक सोचने से सिर में ब्लड फ्लो तेज हो जाता है। जिससे सिर दर्द की समस्या हो सकती है। क्योंकि हमारे सिर की मांसपेशियां बहुत ही पतली और छोटी होती है। इसलिए तेज रक्त प्रवाह सिर दर्द का कारण बनती है।

अधिक फोन पर बात करना

यह एक ऐसी स्थिति है। जिससे बचना कई बार मुश्किल हो जाता है। कई बार हम अपने दोस्तों , परिवार वालों में इतना खो जाते है कि घंटो फोन पर बात करते रहते है। फोन से निकलने वाली किरणें घातक होती है। जिसकी वजह से सिर दर्द होने लगता है। यह समस्या ऑफिस और बिजनेस वाले लोगों को ज्यादा होती है।

जरूरत से ज्यादा सोचना

सिर दर्द से निवृत होने का एक कारगर उपाय है कि ज्यादा सोचना बंद कर दे। लेकिन कई बार सोचना आवश्यक हो जाता है। रोजमर्रा की जिंदगी में तनाव, काम का दबाव परिवार का दबाव, संबंधों के विवाद इन सब के बीच ही दिमाग पर जोर पड़ता है। जिससे सिर दर्द होने लगता है। आप कोशिश करें कि बेवजह बातों से दूर रहें और अपने मन को शांत रखें। अत्यधिक सोचना बंद कर दे। इससे बहुत तेज हो जाता है जिससे सर दर्द की संभावना बनती है।

चोट के कारण सिर दर्द

कई बार सिर में चोट लगने से सिर दर्द होने लगता है। लेकिन सामान्य तौर पर यह दिखाई नहीं देता और अंदर ही अंदर चोट गंभीर होती जाती है। और खून का थक्का बनने लगता है। धीरे धीरे सिर दर्द भी होने लगता है।

अनुवांशिक लक्षण

कई बार देखा गया है कि जिन लोगों के परिवार में सिर दर्द की शिकायत पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है। इससे आने वाली पीढ़ी को भी सिरदर्द की शिकायत हो सकती है। क्योंकि अनुवांशिक कारणों की वजह से यह सिर दर्द बना रहता है।

पर्यावरण

समय के साथ हालात बदल चुके हैं। और प्रदूषण का प्रकोप इस कदर छाया हुआ है कि धुआं एलर्जी की वजह से रोजमर्रा की जिंदगी में सांस लेने में तकलीफ होती है। जिससे सिर दर्द का कारण होना लाजमी है।

सिर दर्द के लक्षण क्या है (Symptoms of Headache in Hindi)

सिर दर्द के लक्षण इस प्रकार हैं।

  • सिर लगातार दर्द होना
  • आंख में दर्द होना
  • चलने फिरने में दिक्कत होना
  • चक्कर आना
  • सिर दर्द कितने प्रकार का हो सकता है
  • सिर दर्द कई प्रकार का होता है।
  • तनाव सिरदर्द

कई बार जीवन में कुछ ऐसी चीजें होती है। जिनके बारे में हम अधिक सोचते है। जिसके कारण सिर के एक हिस्से में या फिर पूरे सिर में दर्द होने लगता है। जरूरत से ज्यादा तनाव लेना सिर के लिए हानिकारक है। इसलिए सिर दर्द से बचने के लिए तनाव मुक्त रहें।

Types of Headache in Hindi

गमाइग्रेन सिर दर्द

माइग्रेन भी एक सामान्य प्रकार का प्राथमिक सिर दर्द है। जिसमें गंभीर या मध्यम दर्द होना, उल्टियां आना, जी मचलना, शरीर में तेज दर्द होना ,प्रकाश या गंध के बीच व संवेदनशीलता होना। माइग्रेन सिरदर्द का कारण बनता है। इसलिए माइग्रेन घातक होता है।

क्लस्टर सिरदर्द

क्लस्टर सिरदर्द आमतौर पर बसंत के मौसम के दौरान सामान्य क्लस्टर होते हैं। वह दिन में कई बार होते हैं और कुछ हफ्तों या महीनों तक चलते हैं। जिससे क्लस्टर सिर दर्द महसूस करते हैं। इस में जलन के साथ तीव्र होना। आंखों के पीछे, आंखों में क्षेत्र में दर्द होने लगता है। कभी-कभी इसमें सिर की नसें दर्द होती है।

साइनस सिर दर्द

साइना सिरदर्द साइनस अजीब तरह का दर्द होता है। साइनस से संक्रमण के परिणाम स्वरुप होता है। साइनस गाल और माथे के पीछे खुले मार्ग होते हैं। इसमें जब दर्द होता है। इसके लक्षण इस प्रकार दिखाई देते हैं। बुरा स्वाद आना और चीकबोन्स में दर्द होना ,चेहरे पर सूजन आना, बुखार आना, सिर हिलाने वाला दर्द होना, बलगम होना, झुनझुनी होना, चक्कर आना कमजोरी होना आदि।

हार्मोन सिर दर्द क्या है

हार्मोन सिरदर्द ज्यादातर महिलाओं में होता है। और अधिकतर महिलाएं इसका संबंध अपने मासिक धर्म से जोड़ते हैं। संयुक्त गर्भनिरोधक गोली, रजोनिवृत्ति और गर्भधारण संभावित होता है। अपना मानसिक तनाव स्तर कम करना, पर्याप्त नींद न लेना और मासिक धर्म के दौरान सिर दर्द की समस्या होती है।

फूड एलर्जी सिर दर्द क्यों होता है

चिंता और तनाव को सिर दर्द होने का सबसे आम कारण माना जाता है। ऐसे में कुछ लोगों को रात में सिर दर्द होता है। तो कुछ लोगों को सुबह के समय सिर में दर्द महसूस होता है। लेकिन क्या आप जानते कभी कभार खाना खाने के बाद सिरदर्द में समस्या बनी रहती है।

फूड एलर्जी

कई बार हम एलर्जी के लक्षण पैदा करने वाले फूड का सेवन कर लेते हैं। एलर्जी से एलर्जी राइनाइटिस के लक्षण जैसे छींकना , नाक बहना हो सकता है। साथ ही आपको सिर दर्द की समस्या महसूस हो सकती है। अगर आप कोई खाद्य पदार्थ खाते है और उसके बाद सिर दर्द होने लगे तो तुरंत वह खाना बंद कर दें।

फूड इनटोलरेंस

अगर आप किसी खास फूड के प्रति इंट्रेस्ट हैं तो आपको इसे खाने के बाद सिर दर्द महसूस होता है। तो आप इसे नजरंदाज करें। इसमें कोई खाद पदार्थों को पचाने में परेशानी हो सकती है। और जिस से सिर दर्द होने लगता है।

ठंडी चीज खाना

कई लोगों में तुम्हें बहुत ही ठंडी चीज खाने पीने से के बाद सिर दर्द महसूस होता है। इस प्रकार के सिर दर्द को आमतौर पर ब्रेन फ्रीज के रूप में भी जाना जाता है। तथा ठंडी चीजें खाने से नसों में रक्त प्रवाह धीमा हो जाता है जिससे सिर दर्द होने लगता है।

सिर दर्द के घरेलू उपचार क्या है (Home remedies For headache in Hindi)

सर दर्द के घरेलू उपचार में आप निम्न है।

  • सिर दर्द के घरेलू उपचार में नींबू और गुनगुना पानी का सेवन करें।
  • सिर दर्द में आप तेल से पूरे सिर में मालिश करें।
  • पर्याप्त नींद लेना सिर दर्द के लिए लाभदायक होता है।
  • चंदन का पेस्ट सिर पर लगाने से सिर दर्द में लाभदायक होता है।
  • अदरक के सिर दर्द के इलाज में मददगार है। अदरक का जूस और नींबू का रस मिलाकर पीने से लाभ मिलता है।
  • सिर दर्द को ठीक करने के लिए आप एक्यू प्रेशर कर सकते हैं।
  • सिर दर्द को ठीक करने के लिए आपको योग का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Headache Causes, Symptoms, treatments video in Hindi

निष्कर्ष

सिर दर्द होना कोई बड़ी और गंभीर बीमारी नही हैं लेकिन अगर यह दर्द लगातार आए दिन हो रहा है तो इसे नजरंदाज ना करें । आगे चलकर यह घातक हो सकता है। आपको इस लेख में सिर दर्द से जुड़ी पूरी जानकारी दी गई है। उम्मीद है आप संतुष्ट होंगे।

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