Demat Account in Hindi (How to Open Demat Account in Hindi)

Demat Account in Hindi: ऐसे बहुत से लोग हैं। जिनका बैंक में अकाउंट है। इनमें से कुछ ऐसे लोग भी हैं। जिनके पास एक नहीं बल्कि कई बैंकों में तरह-तरह के अकाउंट हैं ।ज्यादातर लोग बैंकों में तीन तरह के अकाउंट खुलवाते हैं। बचत खाता, चालू खाता, आवर्ती जमा खाता और सावधि जमा खाता । ज्यादातर लोग बैंक में इन्हीं चार प्रकार के खाता खुलवाते हैं ।लेकिन आज हम आपको इन सबसे अलग एक अलग तरह का अकाउंट खोलने के बारे में बताएंगे। जिसे डीमैट अकाउंट कहते हैं। हो सकता है ,कई लोग यह नाम पहली बार सुन रहे हो । कि यह किस प्रकार का अकाउंट है। आपको प्रेषण होने की ज़रूरत नहीं है। आखिर डीमैट अकाउंट क्या होता है ऐसे कैसे खोला जाता है और इसके क्या फायदे हैं इसकी पूरी विस्तृत जानकारी आपको देंगे।

डीमैट अकाउंट क्या है (Demat Account in Hindi)

पिछले कुछ वर्षों में आपने डीमैट अकाउंट शब्द कई बार सुना होगा। यदि इसके बारे में नहीं जानते तो हम आपको इसकी पूरी जानकारी देंगे। डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह होता है। जिसमें आप शेयर सर्टिफिकेट और सिक्योरिटीज को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रख सकते हैं। डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट होता है। इसमें शेयर बॉन्ड गवर्नमेंट सिक्योरिटीज, म्यूच्यूअल फंड इंश्योरेंस और ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट की रखने की सुविधा आसान हो जाती है। डीमैट अकाउंट के माध्यम से शेयरों और संबंधित डाक्यूमेंट्स के रखरखाव की परेशानियां दूर हो जाती हैं। अब आप डीमैट अकाउंट को और आसान भाषा में समझिए। डीमैट खाता ट्रेडर्स को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। जहां वे अत्यधिक सुरक्षा के साथ अपने शेयर रख सकते हैं। यह शेयरों की चोरी, जालसाजी, हानि की क्षमता को समाप्त करता है। मतलब सब कुछ प्राइवेसी होता है । इस डीमैट अकाउंट से आप शेयर खरीद और बेच सकते हैं। जिस प्रकार लोग बैंकों में अपना पैसा जमा करते हैं। उसी प्रकार आप डीमैट अकाउंट खोल कर अपने शेयर जमा कर सकते हैं। इसे ज्यादातर बिजनेसमैन उपयोग करते हैं।

डीमैट अकाउंट कैसे खोलें (How to Open Demat Account in Hindi)

डीमैट अकाउंट खोलना बहुत ही आसान है। आप इसे दो तरीकों से खोल सकते हैं। एक ऑफलाइन ,दूसरा ऑनलाइन तरीके से खोल सकते है। अब आपको बताते हैं। कि डीमैट अकाउंट कैसे खोल सकते हैं। इसके लिए निम्न श्रेणियां बनाई गई हैं।

डिपॉजिटरी का सही चुनाव

जब आप पर विभिन्न प्रकार डीपीएस द्वारा दी गई सेवाओं लागू हो जाती है। तो आप अपनी आवश्यकताओं के लिए सबसे उपयुक्त डीपी को अंतिम रूप दे सकते हैं। मतलब आपको सही डीपी का चुनाव करता है।

आवेदन प्रक्रिया

नया डीमैट अकाउंट खोलने के लिए आपको एक आवेदन पत्र भरना होगा। इसके साथ ही आपको केवाईसी अन्य दस्तावेज जैसे पहचान पत्र, पता प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, बैंक विवरण, आधार कार्ड और आपके व्यक्तिगत विवरण की सूची जमा करनी होगी।

सत्यापन प्रक्रिया

नैतिक और कानूनी कारोबार सुनिश्चित करने के लिए और किसी भी संदेह को दूर करने के लिए आपको एक डीमैट खाते और विभिन्न कार्यों के संबंध में यह जरूरी होता है कि आपके द्वारा जो जानकारी दी गई है सही है अथवा गलत। इसके लिए आपका खाता खोलने से पहले आपके फॉर्म का सत्यापन होता है । यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपका डीमैट अकाउंट खोलने लायक है अथवा नहीं। जब आप के दस्तावेज सत्यापित हो जाते हैं। और अंतिम औपचारिकताएं पूरी हो जाती हैं। तब आपका नया डिमैट अकाउंट खोल दिया जाता है। आपको अपने खाते के लिए अद्वितीय पहचान संख्या भी दी जाती है।

ऑनलाइन डीमैट अकाउंट कैसे खोलें (How to open demat account Online)

आप घर बैठे ऑनलाइन माध्यम से डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं । इसके लिए बस आपको एक कंप्यूटर, लैपटॉप स्मार्टफोन की आवश्यकता होगी। साथ में अच्छा इंटरनेट होना चाहिए । डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे पहले अपनी पसंदीदा डीपी की अधिकारी वेबसाइट पर जाएं। अपना नाम ,फोन नंबर और निवास के शहर के लिए पूछने वाले सरल लीड फॉर्म को भरें । इसके बाद आपको एक पंजीकृत मोबाइल नंबर डालना होगा। जिसके बाद ओटीपी प्राप्त होगा। इसके बाद फोन पर आए ओटीपी दर्ज करें । अपने केवाईसी विवरण जैसे जन्मतिथि पैन कार्ड विवरण, संपर्क वितरण ,बैंक खाता विवरण भरें। अब आपका डीमैट खाता खुल गया है । आपको डीमैट खाता नंबर जैसे विवरण ईमेल और मोबाइल से प्राप्त हो जाएगा। एक निवेशक के पास से कई डीमैट खाते हो सकते हैं। यह खाते एक ही डीपी और विभिन्न डीपी के साथ हो सकते हैं। निवेशक इनको अपने तरीके से उपयोग कर सकता है।

डीमैट अकाउंट खोलने में कितने रुपए लगते हैं

अगर आप सोच रहे हैं कि डिमैट अकाउंट को खोलने के लिए आपको काफी ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत है। तो यह गलत है। आप डिमैट अकाउंट मात्र ₹300 से ₹700 में बड़ी ही आसानी से खोल सकते हैं। और शेयर में निवेश करना भी शुरू कर सकते हैं। डीमैट अकाउंट को खुलवाने के लिए आपको वैसे तो मात्र ₹300 उससे कुछ ज्यादा खर्च करने पड़ सकते हैं। परंतु डीमैट अकाउंट को चलाने के लिए डीपी आपसे कई तरह की फीस लेता है। हर चीज के लिए एक अलग फीस होती है। या फिर अलग-अलग कंपनी अलग-अलग तरीके से चार्ज करती है। इसमें पहले फीस चार्ज की जाती है। फिर अकाउंट ओपनिंग फीस, फिर इसके बाद में मैनेज करने के लिए जो फीस ली जाती है उसे कहते एनुअल मैनेजमेंट फीस कहते है। यह फीस शुरुआत में ही कंपनी ले लेती है। और साल भर आपके खाते को मैनेज करके उसकी देखरेख करती है।

डीमैट खाता कौन खोल सकता है

आपको बता दें कि भारत में डीमैट खाता खोलने के लिए दो संस्था हैं। पहली संस्थाएं (NSDL )एनएसडीएल यानी नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड और दूसरी (SDSL) सीडीएसएल यानी सेंट्रल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड । इन डिपॉजिटरीज के तकरीबन 500 से अधिक एजेंट होते हैं। जिनको डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट कहा जाता है। इनका काम अकाउंट खोलने का होता है। और इन को आम भाषा में डीपी कहते हैं। ऐसा जरूरी नहीं है कि डीपी कोई बैंक का हो और सिर्फ वही डीमैट अकाउंट खोल सकता है । इसके अलावा भी कई ऐसी संस्था है। जो डीमैट खाता खोल सकते हैं। इसमें पूर्व संस्थाएं इंडिया इन्फोलाइन हैं। आप डीमैट अकाउंट डीपी के दफ्तर में जाकर खुलवा सकते हैं । आप घर बैठे अकाउंट ऑनलाइन भी खुद खोल सकते हैं। यह प्रक्रिया बहुत सरल है। इसको खोलने के लिए पैन कार्ड अनिवार्य है।

डीमैट अकाउंट खोलने के फायदे (Demat Account Benefits in Hindi)

वैसे तो डीमैट अकाउंट खोलने के कई सारे फायदे हैं। इन फायदों को जानकर आप एक बार अपना डीमैट अकाउंट जरूर खुलवाएंगे । आइए जानते इन फायदों के बारे में ।

  • डीमैट अकाउंट के माध्यम से शेयरों को खरीदने के बाद उनके चोरी होने का धोखाधड़ी होने की संभावना ना के बराबर हो जाती है। क्योंकि यह सारे शेयर इलेक्ट्रॉनिक ज्ञ यानी डिजिटल माध्यम में होते हैं । इसमें जोखिम बहुत कम होने की वजह से यह डीमैट अकाउंट सुरक्षित हमेशा माना जाता है।
  • पहले शेयर को मैनेज करने के लिए काफी समय लग जाता था । इसमें कई बार महीनों का समय भी लग जाता था। लेकिन अब ऐसा नहीं है। आप तुरंत ही डीमैट खातों से इन्हें ट्रांसफर कर सकते हैं। और भेजने के कुछ देर बाद ही यह जिसके डीमैट अकाउंट में भेजे गए हैं । उसके अकाउंट में दिखने लगते हैं।
  • पहले शेयर को बेचना बहुत ही मुश्किल काम हुआ करता था। आपको सिर्फ एक समूह में ही शेयर को बेचना पड़ता था। इसके साथ ही आप विषम संख्या में शेयर को नहीं बेच सकते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है । डीमैट अकाउंट के जरिए आप एक अकेले शेर की भी खरीद फरोख्त आसानी से कर सकते हैं।
  • अगर आप डीमैट अकाउंट खोलते हैं। तो अकाउंट को व्यक्तिगत रूप से मनोनीत कर सकते हैं। ऐसा पहले नहीं था। पहले शेयर के लिए प्रमाण पत्र जारी करने पड़ते थे।

डीमैट अकाउंट कैसे बंद करें ( How to Close Demat Account)

डीमैट अकाउंट बंद करने की बहुत ही आसान प्रक्रिया है। बस आपको कुछ जरूरी कागजात इकट्ठा कर बैंक शाखा में जमा करने हैं। या फिर आपने जहां से और जिस कंपनी के माध्यम से अपना डीमैट अकाउंट खुलवाया है। वहां पर सारे डॉक्यूमेंट जमा करने के बाद 7 से 10 दिनों के बीच अपना बैंक डीमैट अकाउंट बंद करा सकते हैं।

डीमैट अकाउंट ऑनलाइन कैसे बंद करें

अगर आप अपने डीमैट अकाउंट ऑनलाइन घर बैठे ही बंद करना चाहते हैं। तो सबसे पहले ऑनलाइन तरीके से अकाउंट क्लोजर फॉर्म डाउनलोड करना होगा। और उसके बाद डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट अधिकारी के सामने उस फॉर्म पर साइन करें। बता दें कि कोई ब्रोकरेज फर्म या बैंक डीपी हो सकता है। ऑनलाइन बैंक डीमैट अकाउंट बंद करने के लिए आपको जरूरी कागजात जैसे आपकी आईडी, डीपी की आईडी, केवाईसी फॉर्म ,नाम , पता , डीमैट अकाउंट बंद करने का कारण, बैंक अधिकारी की ओर से वेरीफाइड आईडी यह चीजें सभी होना जरूरी है ।तभी आप अपना डीमैट अकाउंट बंद कर सकते हैं। आपको बता दें डीमैट अकाउंट को बंद करने के लिए कोई शुल्क नहीं लगता है। यह एकदम फ्री प्रक्रिया है । डीमैट अकाउंट को बंद करने से पहले आपको ध्यान रखना होगा कि सिर्फ ऑनलाइन मेल करने या रिक्वेस्ट डालने से ही डिमैट अकाउंट बंद नहीं होता है। इसके लिए आपको एक बार बैंक जाकर और वहां फॉर्म भरकर भी जमा करना होगा। तभी आपका डीमैट अकाउंट बंद होगा।

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