अल्जाइमर रोग क्या है जानिए लक्षण, कारण और उपचार

हम सभी लोग अपने दैनिक कार्यों में कभी न कभी कुछ न कुछ भूल जाते हैं। चाहे वह कोई बात हो, कोई वस्तु हो, कोई परीक्षा हो ,अगर आप बस कुछ ही बातें भूलते हैं। तो एक सामान्य बात है। लेकिन अगर आप अक्सर ही सभी आवश्यक चीजें ,गैरजरूरी चीजें या फिर कोई बात भूल जाते हैं तो यह गंभीर है। इसका मतलब आप अल्जाइमर की बीमारी से जूझ रहे। अल्जाइमर एक दिमाग की बीमारी होती है। आम भाषा में से भूलने की बीमारी कहते हैं। आज हम आपको इस लेख में अल्जाइमर बीमारी से जुड़ी जानकारी विस्तार से बताएंगे।

अल्जाइमर रोग क्या है

आसान भाषा में यूं समझिए अल्जाइमर एक ऐसी बीमारी है। जो दिमाग की मेमोरी को नष्ट कर देती है। शुरुआती तौर पर अल्जाइमर से ग्रसित व्यक्ति को बातें याद रखने में कठनाई होती है। और फिर धीरे-धीरे व्यक्ति अपने जीवन की महत्वपूर्ण बातें और महत्वपूर्ण साथी को भूलता जाता है। अल्जाइमर में याददाश्त कमजोर होने के साथ-साथ और भी कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। यह एक तेजी से फैलने वाला रोग है। जो सीधे-सीधे हमारी याददाश्त को हिट करता है। जिससे हमारी बौद्धिक क्षमता बेहद कमजोर हो जाती है। ऐसा परिवर्तन हमारे दिन पर दिन के जीवन के लिए खराब साबित होती है। अल्जाइमर रोग कोशिकाएं मस्तिष्क में खुद ही बनती हैं और खुद खत्म होने लगती है। जिससे याददाश्त और मानसिक कार्य में गिरावट आने लगती है।

अल्जाइमर रोग और डिमेंशिया में क्या अंतर है

कई लोग दोनों ही रोगों को एक समान मानते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। डिमेंशिया और अल्जाइमर रोग एक नहीं है। डिमेंशिया एक समग्र शब्द है। जो याददाश्त दैनिक गतिविधियों में समस्याओं और संचार क्षमताओं का वर्णन करने के लिए उपयोग किया जाता है। जबकि अल्जाइमर रोग सबसे सामान प्रकार का डिमेंशिया है। यह समय के साथ ज्यादा सोचने की क्षमता को प्रभावित करता है। हालांकि दोनों के लक्षण एक जैसे ही होते हैं। यह जानना महत्वपूर्ण है। जैसे

  • सोचने की क्षमता में कमी आना
  • याददाश्त कमजोर होना
  • कम्युनिकेट करने से समस्याएं होना
  • हाल ही में की गई वार्तालाप को याद करने में कटाई आना
  • उदासीनता होना
  • डिप्रेशन होना
  • मन भटका हुआ होना
  • उलझन होना
  • बोलने और चलने में कठिनाई होना आदि

अल्जाइमर के सामान्य लक्षण क्या है

शुरुआत में भूलने की बीमारी होना। हल्के भ्रम का होना अल्जाइमर रोग एकमात्र लक्षण हो सकता है जिसे हम नोटिस करते हैं फिर धीरे-धीरे बीमारी सारी याददाश्त खो जाती है इस बीमारी के मैं हर व्यक्ति में भिन्न लक्षण होते हैं।

मेमोरी

कभी कभार हर किसी की मेमोरी लॉस होती है। लेकिन अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति की मेमोरी लॉस सामान्य नहीं है। यह धीरे-धीरे दिमागी हालत बिगड़ने लगती ह। जिससे घर या ऑफिस में आपकी कार्यक्षमता को प्रभावित करता है। इसके लक्षण इस प्रकार दिखते हैं ।बार-बार अपनी बात और प्रश्न दोहराना, यह एहसास ना होना है कि उन्होंने यह पहले प्रश्न पूछ लिया है।बातचीत अपॉइंटमेंट इवेंट भूल जाना बाद में भी याद ना आना ।चीजों को खो देना वहां पर ढूंढने में असमर्थ होना ।अपने ही जगह को पहचानना। परिवार के सदस्यों को भूल जाना। वस्तुओं को पहचानने में परेशानी होना।

सोच और तर्क

अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति को अपनी सोच और तर्क दोनों ही उसके अलग अलग दिखते हैं। इसके लक्षण इस प्रकार हैं।

अल्जाइमर रोग के कारण ध्यान केंद्रित करने में सोचने में कठिनाई होना ,एक साथ कई काम करने में करना है वरना समय पर बिलों का भुगतान न करना ,चेक बुक बैलेंस को बनाए रखना , अपने अधिकारों की जानकारी ना होना, संख्याओं को पहचानने में कठिनाई होना, छोटी-छोटी समस्याओं में निर्णय लेने मुश्किल होना , अपनी बनाई योजना को भूल जाना,कपड़े कैसे पहनना है नहाना कैसे ऐसी स्थिति को भूल जाना, व्यक्तिगत व्यवहार में परेशानी आना।

अल्जाइमर का खतरा किन कारणों से होता है

अल्जाइमर का खतरा निम्न कारणों से हो सकता है

आयु

बढ़ती उम्र अल्जाइमर के लिए सबसे बड़ा कारण है। 65 वर्ष की आयु के लोगों को अल्जाइमर का जोखिम बढ़ जाता है।

अनुवांशिकी इतिहास

अल्जाइमर का खतरा इस बात पर भी तय करता है कि आपके परिवार में पहले इस बीमारी से तो को जुड़ा नहीं है। अगर परिवार में या किसी रिश्तेदार में अल्जाइमर है। तो यह बीमारी आपको हो सकती है।

डाउन सिंड्रोम

डाउन सिंड्रोम वाले कई लोगों में अल्जाइमर रोग देखा गया है। अल्जाइमर के लक्षण डाउन सिंड्रोम से पीड़ित लोगों में 10 से 20 साल में दिखाई देने लगते हैं। 10 से 20 साल पहले दिखाई देना चिंता का विषय है।

सिर पर चोट लगना

जिन लोगों को सिर में गंभीर चोट लगी हो उन्हें अल्जाइमर का खतरा बढ़ जाता है।

जीवन शैली और हृदय स्वास्थ्य

रिसर्च के अनुसार अल्जाइमर होने का कारण यह भी है। व्यायाम की कमी, मोटापा ,धूम्रपान ,उच्च रक्तचाप ,हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल ,डायबिटीज पौष्टिक आहार न लेना, फल और सब्जियों का उचित मात्रा में ना लेना।

अल्जाइमर को कैसे रोका जा सकता है क्या है इसका परीक्षण

फिलहाल अल्जाइमर रोग से बचने के लिए कोई सिद्ध तरीका नहीं है। लेकिन इस विषय पर वैज्ञानिक खोज कर रहे हैं। अभी तक ऐसा माना गया है हृदय रोग से पीड़ित को कम करने के लिए अल्जाइमर को कम किया जा सकता है। क्योंकि अल्जाइमर हार्ट से जुड़ी बीमारी भी है। हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल अधिक मोटापा, डायबिटीज जैसी चीजों पर कंट्रोल करके अल्जाइमर को रोका जा सकता है।

अल्जाइमर के परीक्षण की बात की जाए तो निम्न तरीके से इसकी जांच की जाती है

अनुवांशिक परीक्षण

इस जांच में डॉक्टर आपकी एक शारीरिक परीक्षा लेंगे। और आपसे कुछ व्यक्तिगत सवाल पूछेंगे जैसे आप के लक्षण और दैनिक कार्यों में कोई परेशानी, अभी यह पहले से अन्य चिकित्सा समस्याएं ,आप पहले से कौन सी दवाई लेते थे। आपके परिवार में इससे पहले किसी को कोई बीमारी हुई है। आपका जीवन इतिहास इस तरह की बीमारी पूछेंगे।

मानसिक परीक्षण

यह संक्षिप्त परीक्षण है। जो आपकी समस्या को सुलझाने के लिए कौशल ध्यान की अवधि गिनती करने का कौशल और ज्यादा शारीरिक परीक्षण करता है। डॉक्टर आपसे कुछ मानसिक परीक्षण से संबंधित सवाल करेंगे।

सिटी स्कैन

सिटी स्कैन में एक मशीन बहुत ही छोटी अवधि में कई अलग-अलग तरीकों से आकर शरीर के एक्सरे लेती है। यह सिटी स्कैन सिर्फ मस्तिष्क पर ही किया जाता है इससे अल्जाइमर बीमारी का पता लगाने में सक्षम है।

एम आर आई

M R I एक बड़े चुंबक रेडियो तरंगों और कंप्यूटर का उपयोग करके आपके शरीर के बहुत स्पष्ट चित्र बनाता है। और डॉक्टरों को यह देखने में मदद करता है कि क्या ट्यूमर या स्ट्रोक के कारण अल्जाइमर जैसे लक्षण तो नहीं है ।यह रोग से जुड़े मस्तिष्क के परिवर्तनों को दिखाने में मदद करता है।

जीवन शैली में बदलाव और घरेलू उपचार

  • घर में हमेशा चाबी, पर्स ,मोबाइल फोन और अन्य कीमती सामान एक ही जगह पर रखें ताकि वह गुम ना हो।
  • हर जगह मोबाइल फोन ले जाने की आदत ना डालें। ताकि आपके खो जाने पर भ्रमित होने की स्थिति पैदा ना हो क्योंकि ऐसा होने पर आपके दिमाग पर जोर पड़ता है।

*कोशिश करें कि सारे अपॉइंटमेंट एक ही दिन एक ही समय पर कर लें।

  • दैनिक कार्यक्रम को ट्रैक करने के लिए घर में एक कैलेंडर या वाइट बोर्ड का उपयोग करें जिससे आप आसानी से देख सके और आप कोई चीज ना भूलें।
  • अतिरिक्त फर्नीचर और बेकार सामान को घर से हटा दें।
  • सीढ़ी और बाथरूम में मजबूत ग्रिल लगवाएं ।घर के शीशे की संख्या कम करें बार बार अपना चेहरा शीशे पर ना देखें।
  • घर में आसपास फोटो से जुड़ी सहायक वस्तुएं रखे हैं।
  • लगातार पानी पीते रहे। पौष्टिक और शुद्ध भोजन लें।
  • उच्च कैलोरी हेल्थी वस्तुएं खाएं।
  • पानी, जूस अन्य हेल्दी ड्रिंक्स लेना सुनिश्चित करें। कैफीन पेय पदार्थों से बचे हैं ।जो बेचैनी बढ़ा सकते हैं।
  • मूड को बेहतर बनाए रखने के लिए नियमित तौर पर व्यायाम करें एक्सरसाइज करें ।
  • कोशिश करें पूरी नींद ले।
  • टीवी पर अपने पसंद के कार्यक्रम देखते रहे हैं।

निष्कर्ष

अल्जाइमर एक गंभीर बीमारी नही हैं। लेकिन अगर इसके लक्षण आपको दिखने लगे तो आप तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। अल्जाइमर छोटे बड़े किसी को भी हो सकता है। आपको हमने इस आर्टिकल में अल्जाइमर से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है। आप इसे पढ़िए और समझिए ।

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